शिवपुरी। जिले की लुकवासा चौकी क्षेत्र में रविवार को माइनिंग ने एक रेत से भरे ट्रेक्टर-ट्रॉली व हाईड्रा को पकड़ा था जिसे माफियाओं ने बीच रास्ते मे ही भीड़ एकत्रित कर माइनिंग के हाथों से छुड़ा लिया था। मामले में खबर प्रकाशन के बाद कलेक्टर और एसपी के हस्तक्षेप के बाद माइनिंग ऑफिसर सोनू श्रीवास के द्वारा लुकवासा चौकी में 5-6 लोगो के बिरूद्व एफआईआर दर्ज कराई गई थी। मामले में पुलिस ने कार्यवाही करते सोमबार को हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था और अब मंगलवार को 2 और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

लुकवासा चौकी पुलिस इसी मिलीभगत के चलते रविवार को माइनिंग द्वारा पचावली के रिताई घाट से अवैध रेत उत्खनन कर रहे ट्रेक्टर-ट्रॉली व हाईड्रा को पकड़कर लुकवासा चौकी ला रहे थे। इस दौरान रास्ते मे ही रेत माफिया और दबंगो का गिरोह एकत्रित होकर आया और माइनिंग पर अटैक कर फिल्मी स्टाइल मे दोनो बाहनो को छुड़ा ले गए। घटना के बाद माइनिंग विभाग के ऑफिसर सोनू श्रीवास लुकवासा चौकी पहुंचे थे। लेकिन लुकवासा चौकी प्रभारी शिखा तिवारी ने भी कोई कार्यवाही न करते हुए टालमटोल किया क्योकि प्रभारी मेडम को रेत माफियाओं के प्रति सहानुभूति थी।

DM और SP का हस्तक्षेप के बाद हुई थी FIR
इस पूरे मामले को स्वतंत्र शिवपुरी ने प्रमुखता से दिखाया था उसके बाद में रात को कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी और एसपी अमन सिंह राठौड़ के हस्तक्षेप के बाद माइनिंग इंस्पेक्टर दोबारा चौकी पहुंचे और एफआईआर दर्ज करवाई। पुलिस ने इस मामले में 5-6 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 132,126(2) बी.एन.एस के तहत केस दर्ज कर लिया था। सोनू श्रीवास ने कुछ वीडियो साक्ष्य भी पुलिस को सौंपे थे, जिनमें आरोपियों के चेहरे और वाहन साफ नजर आ रहे थे।