मुंबई : चूनाभट्टी इलाके में 48 वर्षीय एक व्यक्ति ने अपनी पूर्व सहपाठी महिला और उसके सात साथियों के खिलाफ अपहरण और मारपीट का मामला दर्ज कराया है। आरसीएफ इलाके की एक सरकारी कंपनी में कार्यरत पीड़ित ने पुलिस को बताया कि 2003 में उसकी शादी हुई थी, लेकिन वैवाहिक जीवन में कलेश के चलते उसने 2021 में तलाक ले लिया। पीड़ित की मुलाकात 2018 में अपनी स्कूल क्लासमेट से हुई थी। दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई और रिश्ता इतना गहरा हो गया कि उन्होंने अपने-अपने जीवन साथियों से तलाक लेकर एक-दूसरे के साथ रहने का फैसला किया।
 
महिला ने मांगे 15 लाख

महिला ने घर खरीदने के लिए 15 लाख रुपये की मदद मांगी, जो पीड़ित ने उसे दे दिए। तलाक के बाद जब पीड़ित ने महिला से उसके पति को दिए तलाक के कागजात दिखाने को कहा, तो उसने टालमटोल शुरू कर दी। दोनों लिव-इन में रहने लगे, लेकिन महिला की शर्तें सामने आने के बाद रिश्ते में दरार आ गई। उसने पीड़ित से कहा कि जब तक वह अपने पीएफ में उसे वारिस नहीं बनाता या पुश्तैनी घर उसके नाम नहीं करता, वह शादी नहीं करेगी। अक्टूबर 2024 में परिजनों की मौजूदगी में दोनों ने रिश्ता खत्म करने का निर्णय लिया। पीड़ित का आरोप है कि 20 दिन बाद महिला का एक दोस्त उसे धमकाने उसके बिल्डिंग के नीचे आया, जिसकी शिकायत उसने कालाचौकी पुलिस स्टेशन में की थी।

महिला पर पीटने का आरोप

पीड़ित के मुताबिक, बुधवार रात करीब 10 बजे वह अपने दोस्त के साथ बाइक से पनवेल हाईवे पर जा रहा था, तभी प्रियदर्शनी बस स्टॉप के पास एक बाइक ने उसकी गाड़ी को कट मारा। विरोध करने पर महिला का बेटा और अन्य लोग वहां पहुंचे। आरोप है कि महिला के बेटे और 7-8 लोगों ने मिलकर उसे लात-घूंसों से पीटा। महिला भी वहां मौजूद थी और उसने भी मारपीट की। झगड़े के दौरान पीड़ित की सोने की चेन, घड़ी, अंगूठी और पॉकेट गायब हो गए। आरोप है कि पीड़ित को जबरन बंधक बनाकर रिक्शे से धक्का देकर नीचे फेंक दिया गया। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत के आधार पर महिला, उसके बेटे और सात अन्य आरोपियों के खिलाफ अपहरण व मारपीट का मामला दर्ज किया है।