अमेरिकी नागरिक पुणे में कर रहा था धर्मांतरण, बिजनेस वीजा का किया दुरुपयोग
पुणे : उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण का बड़ा खुलासा हुआ। छांगुर बाबा के कारनामे ने पूरे देश में बड़े स्तर पर लव जिहाद और धर्मांतरण का खुलासा किया। अब महाराष्ट्र में पिंपरी चिंचवड पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए शख्स अमेरिका का नागरिक हैं। वे यहां पर रहकर लोगों को धर्म परिवर्तन करने के लिए माइंडवॉश करते थे। वे उन्हें रुपयों और सुविधाओं का लालच देकर इसाई धर्म में आने को कहते थे। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए शख्स का नाम शैफर जविन जैकब है। वह 2016 में भारत आया था। वह तब से यहां लगातार आ रहा है। वह कई बार टूरिस्ट और बिजनेज वीजा पर भारत आ चुका है। पुलिस ने जैकब के साथ एक नाबालिग को भी गिरफ्तार किया है।
नाबालिग को फंसाया
पुलिस ने बताया कि अमेरिकी नागरिक Schaefer Javin Jacob की उम्र 41 साल है। वह कैलिफोर्निया का रहने वाला है। वह पिंपरी चिंचवड के मुकाई चौक के पास एक अपार्टमेंट में रह रहा था। पुलिस ने इस सिलसिले में 46 वर्षीय स्टीवन विजय कदम को भी अरेस्ट किया है। वह पिंपरी के रायसोनी सोसायटी में रहता है। नाबालिग लड़का 16 साल का है। उसे उसकी मां को सौंप दिया गया है।
सिंधी युवक ने कराई एफआईआर
पिंपरी के रहने वाले सनी धन्नानी (27 वर्ष) ने इस मामले में FIR दर्ज कराई थी। सिंधी समुदाय से आने वाले सनी का आरोप था कि कुछ लोग इलाके में धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं। पुलिस ने आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 299 लगाई है। पुलिस ने अमेरिकी नागरिक पर विदेशी अधिनियम की धारा 14 (b) और (c) के तरह भी कार्रवाई की है।
ऐसे खुला मामला
पुलिस ने बताया कि रविवार सुबह करीब 11.30 बजे आरोपी सनी के घर पहुंचे। उन्होंने सनी से कहा कि अगर वह ईसाई धर्म अपना लेते हैं तो उन्हें 'खुशी, शांति, धन और अच्छा मानसिक स्वास्थ्य मिलेगा। उन्होंने सनी का माइंडवॉश करने की कोशिश की और इस बात पर जोर दिया कि यीशु मसीह ही एकमात्र भगवान हैं, जबकि अन्य भगवान सिर्फ कहानियां हैं। उनकी बातों को सुनकर सनी चौंक गए। उन्होंने तत्काल पुलिस से संपर्क किया। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई।
बिजनेस वीजा पर आता, पर नहीं कोई बिजनेस
सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर अशोक कदलांग ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। जांच सामने आया है कि अमेरिकी नागरिक 2016 से टूरिस्ट और बिजनेस वीजा पर भारत आ रहा है। हालांकि उसे यहां कोई कारोबारी गतिविधि करते हुए नहीं पाया गया। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि वह यहां कोई बिजनेस नहीं कर रहा था तो क्या कर रहा था।