मानवता पर धब्बा: कैंसर से जूझ रही दादी को उसके पोते ने ही कूड़े में फेंक दिया

महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से मानवता झकझोर देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक पोते ने अपनी 60 साल की बीमार दादी को कूड़े में फेंक दिया. घटना की जानकारी होते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने जब बुजुर्ग महिला से पूछताछ की तो उन्होंने इस बात का खुलासा किया. पुलिस ने बुजुर्ग महिला की शिकायत पर मामले की जांच शुरू कर दी है. फिलहाल आरोपी पोता और उसके परिवार के सदस्य इस समय फरार चल रहे हैं.
मुंबई के आरे इलाके में एक बूढ़ी महिला कूड़े के ढेर में कुछ लोगों को पड़ी हुई मिली. सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने बुजुर्ग महिला से पूछताछ में बुजुर्ग महिला ने हैरान करने वाला खुलासा किया है, जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया है. बुजुर्ग महिला ने बताया कि मेरा नाम यशोदा गायकवाड़ है. मुझे स्किन कैंसर है इसलिए मेरा ही पोता मुझे कूड़े के ढेर में फेंककर चला गया था.
बीमार दादी को पोते ने कूड़े के ढेर में फेंका
बुजुर्ग महिला ने बताया कि पोते के पास इलाज के लिए पर्याप्त पैसे नहीं थे इसलिए उसने मुझे कूड़े में फेंक दिया था. इस पूरे मामले में हैरान करने वाली बात यह भी है कि जब पुलिस पीड़ित बुजुर्ग महिला को इलाज के लिए दो अलग-अलग अस्पतालों में पहुंची तो उन्होंने इलाज के लिए मना कर दिया. इसके बाद पुलिस के अनुरोध पर महिला का इलाज कूपर अस्पताल में शुरू हो गया है. पुलिस ने जब बुजुर्ग महिला से पूछताछ की तो उसने पुलिस को मलाड में एक घर का पता दिया.
आरोपी पोते की तलाश में जुटी पुलिस
जब पुलिस ने उस पते पर जाकर तलाशी ली तो पता चला कि वहां ताला लगा हुआ है. फिलहाल पुलिस पोते और उसके परिवार की तलाश कर रही है. हालांकि, अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है. इस घटना ने मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र को हिलाकर रख दिया है. इस घटना ने रिश्तों में विश्वास को तार-तार कर दिया है और यह दिखा दिया है कि इंसानियत किस हद तक गिर सकती है.