नगर पालिका शिवपुरी की राजनीति में इन दिनों खासा हलचल है। सत्ता की कुर्सी पर बैठी नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा (भाजपा) को लेकर अब उनके ही पार्षदों में असंतोष की लहर दिखाई देने लगी है। दिलचस्प बात यह है कि नाराजगी केवल विपक्ष तक सीमित नहीं रही, बल्कि भाजपा के कई पार्षद भी अब खुलकर सवाल खड़े कर रहे हैं दर्जन भर पार्षदों की सामूहिक बैठक में यह नाराजगी और भी मुखर हो गई।

बैठक में मौजूद पार्षदों ने आरोप लगाया कि नगरपालिका अध्यक्ष अपनी मनमर्जी से काम कर रही हैं। विकास कार्यों में पारदर्शिता नहीं है, और न ही पार्षदों की राय को कोई तवज्जो दी जा रही है। एक पार्षद ने तो यहां तक कह दिया कि “अगर अध्यक्ष खुद ही इस्तीफा दे दें, तो यह सबके लिए अच्छा होगा।

बैठक में शामिल पार्षद तारा चंद राठौर, रामजी व्यास, कुलदीप शर्मा, राजा यादव, विजय बिंदास, कमल किशोर, पप्पू गुप्ता, राजू गुर्जर, ओमी जैन और कई अन्य नेताओं ने मिलकर साफ संकेत दिया कि अगर अध्यक्ष ने दो माह का समय दिया है , अगर वो  स्वयं इस्तीफा नहीं देती या पार्टी द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जाती तो वे नगरपालिका अधिनियम के अंतर्गत अविश्वास प्रस्ताव लाने से पीछे नहीं हटेंगे।

पार्षदों का कहना है कि चाहे वे किसी भी राजनीतिक दल से हों, उन्हें लगातार दरकिनार किया जा रहा है। यह केवल राजनीतिक टकराव नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक भागीदारी के सम्मान का मुद्दा बन गया है।