शिवपुरी नगर पालिका अध्यक्ष की पीआईसी बैठक पिछले 100 दिनों से भी अधिक समय से नही होने के कारण करोडों रुपए के विकास कार्य अटक गए है,और 2 सैकड़ा से भी अधिक नामांतरण के मामले अटके पडे है। अध्यक्ष की किचिन कैबीनेट की लेटलतीफी के कारण कई वार्डों के निवासी अपनी मूलभूत सुविधाओ से लड रहे है। अगर यह पीआईसी की बैठक समय पर हो जाती तो कई विकास कार्य शुरू हो जाते।  बताया गया है कि यह बैठक 19 जून बुधवार को होना थी,लेकिन इस दिन शिवपुरी कई किचन कैबिनेट के सदस्य बगीचा सरकार करैरा पर गायत्री सरकार का तख्तापलट करने की शपथ ले रहे थे।

जानकारी के मुताबिक इस बार जो पीआईसी की बैठक होनी है, उसमें 199 नामांतरण प्रकरणों का निराकरण होना है, लेकिन बैठक में स्वीकृति न मिलने से नामांतरण नहीं हो पा रहे और लोग परेशान हैं। बताया जा रहा है कि पीआईसी की बैठक में 69 बिन्दु रखे जाना है, जिनमें कई वाडाँ के अंदर सीसी रोड, संविदा व दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के विनियमितीकरण, शहर में आधा दर्जन स्थानों पर आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण जैसे कई महत्वपूर्ण कार्य शामिल है। पीआईसी की बैठक हर माह में एक या दो बार नियमानुसार होती है और उसमें महज 9 से 10 बिंदुओं पर ही चर्चा होती है। अब जब साढ़े तीन माह से बैठक नहीं हुई तो कई मामले लंबित हो गए हैं और इससे कहीं न कहीं शहर विकास रुक कर रह गया है।